मराठी समानार्थी शब्द - पर्यायवाची शब्द (Samanarthi Shabd)
मराठी समानार्थी शब्द - पर्यायवाची शब्द (Samanarthi Shabd)
- निका = चांगला, पवित्र, योग्य, शुद्ध
- निमंत्रण = अवतण, आमंत्रण, बोलावण
- पंगत = भोजन, रांग, ओळ
- पत्नी = भार्या, बायको, अर्धांगी, अस्तुरी
- पान = पर्ण, पत्र, दल
- परंपरा = प्रथा, पद्धत, चाल, रीत
- प्रभात = उषा, पहाट, प्रात:काल
- पाठ = नियम, धडा, पुन्हा-पुन्हा म्हणने, पार्श्वभाग
- पार्वती = उमा, दुर्गा, गौरी, भवानी
- पुष्प = कुसुम, सुमन, फूल
- पिता = जनक, तीर्थरुप, बाप, वडील
- प्रताप = शौर्य, बहादुरी, पराक्रम, सामर्थ्य
- पुरुष = मर्द, नर, मनुष्य
- पाखरू = पक्षी, खग, द्विज, विहंग
- पुरातन = जुनाट, प्राचीन, पूर्वीचा
- प्रख्यात = ख्यातनाम, प्रसिद्ध, नामांकित
- पाय = चरण, पाऊल, पद
- पोपट = शुक, रावा, राघू, कीर
- प्रौढ = प्रगल्भ, घीट, शहाणा
- प्रवाह = पाझर, धार, प्रस्त्रव
- फाकडा = माणीदार, हुशार, ऐटबाज, रुबाबदार
- फट = चीर, खाच, भेग
- फोड = सूज, फुगलेला भाग, फुगारा
- फरक = अंतर, भेद
- सायंकाळ = संध्याकाळ
- सावली = छाया
- बोला = सोबती, मित्र, मित्र, सखा
- स्तुती = प्रशंसा
- चांधा = चुरस, शर्यत, होड, पैज
- स्थान = स्थान, वास, स्थान
- स्त्री = बाई, महिला, लोल
- संध्याकाळ = सायंकाळ, सांज
- स्फूर्ती = प्रेरणा
- स्वच्छता = सभालोट
- सुवास = सुगंध, परिपत्रक, दर
- सुंदर = सुरेख, रमणीय, मनोहर, साल
- सागर = समुद्र, सिंधू, रत्नाकर, जलधी, दर्या, अर्णव
- सावली = छाया
- सामर्थ्य = आवाज, बळ
- साहित्य = लेखन
- सेवा = शुश्रूषा
- सिनेमा = नाटक, बोलपट
- सिंह = समेरी, मृदराज, वनराज
- अरण्य = जंगल, कानन, वन, विपिन, रान, अटवी
- अश्व = तुरंग, घोडा, वारू, वाजी, हय, तुरंगम
- अमृत = सुधा, पियुष
- अनल = अग्नी, विस्तव, पावक, वन्ही, वैश्वानर
- आमूलाग्र = मुळापासून शेंड्यापर्यंत
- आई = जननी, मे, माऊली, माता, मातोश्री, जन्मदात्री
- अही = सर्प, साप, भुजंग
- अर्जुन = भारत, पार्थ, धनंजय, किरीट, फाल्गुन
- आण = शपथ
- आळशी = कामचुकार, ऐदी, मंद, सुस्त, कुचर, निरुद्योगी, उठवळ, उठाळ,
- आगत्याने = स्वागतशील दृष्टीने
- अभ्यास = व्यासंग, सराव, परिपाठ
- अवहेलना = अपमान
- अक्षय = न संपणारा
- अस्त = मावळणे, शेवथोने
- आनंद = संतोष, हर्ष, प्रमोद, तोष, मोड
- कपाळ = ललाट, कपोल,निढळ, अलिक, भाल
- उतारू = प्रवासी, यात्रिक, यात्रेकरू
- उदरनिर्वाह = चरितार्थ
- उंट = उष्टर, उष्ट्र
- कृष्ण = कन्हैया, मुरलीधर, देवकीपुत्र, वासुदेव, कान्हा, मुरारी, विष्णूचा
- ऊन = लोकर, उर्ण
- ऐतोबा = काम न करणारा
- अंबर = आकाश, नभ, आभाळ, गगन, अवकाश, अंतरीक्ष, अंतराळ, तारांगण
- खूण = चिन्ह, निशाणी, संकेत चिन्ह
- खग = पक्षी, द्विज, विहंग, शकुंत
- काळोख = अंधार, तिमिर, तम
- कृपण = कंजूष, हिमटा , कोमटा, चिक्कू, खंक
- कुरूप = आकाररहित, बेढब, विद्रूप
- खजिना = तिजोरी, भांडार, कोश, द्रव्यनिधी
- आश्चर्य = अचंबा, नवल, विस्मय
- आहार = खाद्य, भोजन
- आठवण = स्मृती, स्मरण
- अभिषेक = अभिषव, अभिशेष
- अभिनव = अंगविक्षेप, हावभाव
- आकांक्षा = इच्छा
- आमरण = मरेपर्यंत
- अमित = अमर्याद, असंख्य, अगणित
- अर्थ = भावार्थ, मतलब, उद्देश, हेतू, भाव, तात्पर्य, अभिप्राय
- आस्था = आदर, जिव्हाळा, आपुलकी, अगत्य
- ईश्वर = परमेश्वर, प्रभू, देव, अलक, अलक्ष, आनंदघन, ईश
- अंगना = स्त्री
- इंद्र =
- अभिमान = मोहीम
- चंद्र = निशानाथ, विधू, शशांक, शशी, सोम,
- इच्छा = आशा, मनीषा, अपेक्षा, वासना, आकांक्षा, आरजू
- किरण = कर, रश्मी, अंशू, मयुख
- कावळा = काक, वायस, एकाक्ष
- उपनयन = मुंज
- उत्कर्ष = वाढ, संपन्नता, भरभराट
- क्रीडा = खेळ, मौज, मनोरंजन, विहार, विलास
- किंकर = दास, सेवक
- कोकीळ = कोयल, पिक, कोगुल
- खल = वध, हत्या
- खच = ढीग, थर, गंज, रास
मराठी समानार्थी शब्द - पर्यायवाची शब्द (Samanarthi Shabd)
- गणपती = गणेश, गजानन, विघ्नहर्ता, गणराय,
- कमाल = राजीव, पद्म, नलिनी, सरोज, पंकज,
- गरज = आवश्यकता, निकड, जरुरी
- कासव = कमठ, कूर्म, कच्छ, कच्छप
- डौल = ऐट, दिमाख, रुबाब
- ढग = मेघ, घन, आर्द्र, पयोधर, जलद, अभ्र,
- गर्व = अहंकार
- घर = भवन, सदन, गृह, निकेतन, आलय,
- तोंड = मुख, तुंड, आनन, वदन
- तलवार = समशेर, खड्ग
- त्वेष = स्फुरण, आवेश
- तारुण्य = जवानी, ज्वानी, यौवन
- जल = पाणी, जीवन, नीर, उदक, सलिल
- चांदणे = चंद्रिका, जोत्स्ना, कौमुदी
- चवताळणे = चिडणे, रागावणे
- देऊळ = मंदिर, देवालय, रूळ
- जीवन = आयुष्य, पाणी, जल
- झुंबड = गर्दी, दाटी, खच
- धूर्त = लबाड, भांडखोर, चलाख, कावेबाज,
- निष्णात = निपुण, कुशल, हुशार, पटू, तरबेज,
- डोके = मस्तक, माथा, शीर, शीर्ष
- नमस्कार = नमन, वंदन, प्रणिपात, अभिवादन
- नदी = सरिता, तरंगिणी, तटिनी
- नोकर = सेवक, दास, चाकर, आर्यिक, उलिंग
- पत्नी = अर्धांगिनी, बायको, कांता, दारा, जाया,
- पोरका = निराधार, आई बाप नसलेला
- प्रगल्भ = गंभीर, शहाणा, प्रौढ
- प्रेम = लोभ,अनुराग, प्रीती
- पोपट = रावा, राघू, शुक
- बाप = जनक, वडील, जन्मदाता, पिता
- ब्राम्हण = विप्र
- बळ = ताकद, शक्ती, जोर, सामर्थ्य
- बाण = सायक, तीर, शर
- बाग = उपवन, उद्यान, बगीचा
- काळजी = फिकीर, आस्था, चिंता, कळकळ
- गरुड = खगेश्वर, खगेंद्र, वैनतेय, द्विजराज
- गौरव = अभिनंदन, सन्मान
- तलाव = तडाग, कासार, सरोवर, तटाक, सारस
- ताकत = शक्ती, बळ
- घास = ग्रास, कवळ
- जमीन = भूमी, भुई, भू
- जरब = धाक, दबदबा, दरर, वाचक, दहशत
- देह = तन, शरीर, तनू, काया, वपू
- दैत्य = दानव, राक्षस, असुर
- देव = परमेश्वर, ईश्वर, अमर, सुर, ईश
- दुध = क्षीर, दुग्ध, पय
- दिवस = दिन, वासर, वार, अह
- धनुष्य = धनू, चाप, कमटा, कोदंड, कार्मुक
- धन = द्रव्य, पैसा, संपदा, संपत्ती, दौलत
- झाड = वृक्ष, पादप, तरु, अगं, द्रुम, shakhi
- डोळा = नयन, चक्षु, नेत्र, लोचन, अक्ष, आवळू
- पूजा = अर्चा, सेवा, अर्चन
- नवरा = पती, वल्लभ, धव, भ्रतार, कांत, भर्ता
- पर्वत = अचल, नग, गिरी, अद्रि, शैल
- परिपत्य = पराभव, शिक्षा, दंड
- फुल = सुमन, पुष्प, सुम, कुसुम
- पृथ्वी = धरती, धरणी, वसुंधरा, धरित्री, भू, भूमी,
- प्रासाद = मंदिर, वाडा
- प्रघात = रिवाज, पद्धत, चाल, रिती
- पक्षी = अंडज, पाखरू, खग, विहंग, विहग, द्विज
- बिकट = अवघड, कठीण
- ब्रम्हदेव = प्रजापती, विधी, विरंची, कमलासन, ब्रम्हा, चतुरानन
- पुढारी = नायक, नेता, अग्रणी
- पार्वती = भवानी, उमा, दुर्गा, कन्याकुमारी
- पुरुष = नर, मर्द
- भांडण = तंटा, झगडा, कलह
- वानर = माकड, मर्कट, कपी, शाखामृग
- वारा = पवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू, वात,
- मित्र = स्नेही, सखा, सोबती, दोस्त, सवंगडी
- विष्णू = रमापती, रमेश, चक्रपाणी, अच्युत, केशव, नारायण, माधव,
- महा = महान, मोठा
- मुलगा = तनुज, आत्मज, तनय, सुत, पुत्र, नंदन
- मुलगी = नंदिनी, कन्या, तनुजा, सुता, दुहिता,
- यज्ञ = होम, मख, याग
- युद्ध = संग्राम, समर, संगर, लढाई
- वेदना = कळ, दु:ख, व्यथा, यातना, शूळ
- वस्त्र = अंबर, वसन, कपडा, पट
- वल्लरी = वेळ, लता, लतिका
- शंकर = रुद्र, महेश, भालचंद्र, चंद्रशेखर, महादेव, सदाशिव, कैलाशनाथ,
- रागीट = कोपी, संतापी, कोपिष्ट
- लक्ष्मी = रमा, कमला, इंदिरा, वैष्णवी, श्री
- शत्रू = दुश्मन, वैरी, रिपु, अरी
- सोने = कांचन, हेम, हिरण्य, कनक, सुवर्ण
- स्त्री = नारी, अबला, महिला, वनिता, ललना
- सनातनी = कर्मठ, जुन्या रूढी व परंपरांना चिकटून
- सह्याद्री = सह्यगिरि, सह्याचल
- सिंह = पंचानन, वनराज, मृगराज, केसरी, मृगेंद्र
- सुंदर = मनोहर, अभिराम, सुरेख, रमणीय, रम्य
- होडी = नौका, नाव, तर
- पाय = चरण, पद, पाद
- पान = पर्ण, पत्र, पल्लव
- बेडूक = मंडूक, दर्दुर
- भाऊ = बाधू, भ्राता, सहोदर
- भांड खोर = कळाम, कलभांड, कलागती, कलागत्या, कलाझंगडी, कलांट
- भरभराट = उत्कर्ष, चलती, समृद्धी
- विहार = भ्रमण, सहल, क्रीडा
- माणूस = मानव, मनुज, मनुष्य
- मासा = मत्स्य, मीन
- वीज = बिजली, तडित, चपला, विद्युत
- रस्ता = मार्ग, वाट, पथ
मराठी समानार्थी शब्द - पर्यायवाची शब्द (Samanarthi Shabd)
- राग = क्रोध, संताप, तोष, कोप, त्वेष
- राजा = नरेंद्र, भूपती, नरेश, भूपाल, नृप
- रात्र = यामिनी, निशा, रजनी
- रक्त = असुंत, असू, रुधिर, शोणित
- रयत = जनता, प्रजा
- शेष = वासुकी, अनंत
- सुर्य = भानू, दिनकर, मित्र सविता, रवि, आदित्य, भास्कर, प्रभाकर, दिवाकर,
- सकल = सर्व, अखिल, सगळा, समस्त,
- समुद्र = सिंधू, सागर, उदधि, अंबुधी, पयोधी,
- हत्ती = नाग, गज, सारंग, कुंजर
- हात = बहू, भुज, पाणि, कर, हस्त
- हरीण = सारंग, कुरंग, मृग
- सुरुवात = प्रारंभ, आरंभ, आदी
- हृदय = अंतर, अंतकरण, हिरित
- हुशार = चतुर, चलाख, तरबेज, कसबी,
- पैसा = दम
- आकाशवाणी = नभोवाणी
- कटी = कंबर
- खळ = दुर्जन
- मिठी = आवड
- व्युत्पत्ती = उगम
- वर्म = रहस्य
- अपत्य = मुल
- पक्षपात = असमदृष्टी
- मुखस्तंभ = गप्प राहणारा
- कांती = सतेजत्वचा
- मिश्किल = खोडकर
- ललाटी = कपाळी
- गडणी = मैत्रीण
- अहर्निशी = रात्रंदिवस
- विहित = उचित
- विवंचना = काळजी
- राबता = वर्दळ
- तोरा = रुबाब
- क्षुद्र = सामान्य
- आयव्यय = जमाखर्च
- तमोगुणी = शीघ्रकोपी
- वैरण = ज्वारीचीताटे
- प्रमेय = सिद्धांत
- वराह = डुक्कर
- निबर = बोथट झालेला
- अभिजात = उच्च दर्जाचा
- अम्लाप = शुद्ध
- भरती = पुढे जाने
- शिणगार = साजशृंगार
- हिरमोड = विरस
- अनुरक्त = प्रेमात पडलेली
- पांथस्त = वाटसरू
- पिकलं पान = वृद्धत्व
- ओहोटी = मागे जाने
- भाकड = दुध न देणारे
- हमखास = खात्रीने
- मनमुराद = मनसोक्त
- फटकळ = स्पष्टवक्तेपणा
- कामिनी = स्त्री, नारी
- जीव = आत्मा
- अनुराग = प्रेम
- ओशाळणे = लाजणे, शरमने
- स्वीय = स्वत:चे कामासाठी
- कपिलाषष्ठीचा = दुर्मिळ योग
- उन्मत = मस्तवाल
- परिहार = निवारण
- देखणे = सुंदर
- सरमाड = बाजरीची ताटे
- उत्कंठा = उत्सुकता
- अवकाळी = अवेळी
- अभिवृद्धी = उत्कर्ष
- अनुचित = अयोग्य
- दंभ = ढोंग
- मक्षिका = माशी
- नवोढा = नववधू
- तोळंबा = धष्टपुष्ट, लंबक, तुळई
- झरा =निर्झर
- झगडा= भांडण, तंटा, वाद, कलह, झुंज, संघर्ष
- झरने =वाहणे, झिरपणे, पाझरने
- झाड= वृक्ष, तरु, द्रुम, पादप, रुख
- झेप= उडी, उड्डाण, सूर
- झोप= निद्रा
- झोका= झोपाळा, झुला, दोला
- झोपडी= कुटीर, खोप
- झीट =भोवळ, मूर्च्छा, घेरी
- झुकणे= वाकणे, कलणे
- झंझावात= वादळ, तुफान, वावटळ
- झुंज= युद्ध, लढा, संघर्ष, संग्राम, संगर
- झुंबड= गर्दी, दाटी, जमाव
- झेंडा = ध्वज, पताका, निशाण
- घागर = घडा,मडके
- गाव = ग्राम,खेडे
- पुस्तक = ग्रंथ
- अभिनंदन = गौरव
- कथा =
- कहाणी,हकिकत
- हकिकत = गोष्ट,कहाणी
- मिष्टान्न = गोडधोड
- आरोपी =
- गुन्हेगार,अपराधी
- अपराध = गुन्हा,दोष
- गाणे = गीत,गान
- ग्राहक = गिऱ्हाईक
- खेडे = गाव
मराठी समानार्थी शब्द - पर्यायवाची शब्द (Samanarthi Shabd)
- थोबाड = गालपट
- तक्रार = गाऱ्हाणे
- खिडकी = गवाक्ष
- मान = गळा
- अहंकार = गर्व
- अभिमान = गर्व
- दारिद्र्य = गरिबी
- वेग = गती
- किल्ला = गड,दुर्ग
- घरटे = खोपा
- उदास = खिन्न
- सचोटी = खरेपणा
- राग = संताप,चीड
- कोवळीक = कोमलता
- तुरंग = बंदिवास
- कारागृह = कैदखाना,तुरुंग
- सिंह = केसरी
- कंजूष = कृपण
- झोपडी = कुटीर,खोप
- ख्याती = कीर्ती,प्रसिद्धी
- काठ = किनारा,तीर,तट
- कविता = काव्य,पद्य
- अंधार = काळोख,तिमिर
- चिंता = काळजी
- काम = कार्य,काज
- मजूर = कामगार
- मजूर = कामगार
- कार्य = काम
- त्वचा = कातडी
- कावळा = काक
- गोष्ट = कहाणी
- परीक्षा = कसोटी
- मेहनत = कष्ट,श्रम,परिश्रम
- श्रम = कष्ट,मेहनत
- परिश्रम = कष्ट,मेहनत
- हित = कल्याण
- ॠण = कर्ज
- ॠण = कर्ज
- आरसा = दर्पण
- दार = दरवाजा
- शिक्षा = दंड,शासन
- पिशवी = थैली
- शीण = थकवा
- शीतल = थंड,गार
- उपद्रव = त्रास
- मुख = तोंड,चेहरा
- गवत = तृण
- तळे = सरोवर,तडाग
- खड्ग = तलवार
- हुबेहूब = तंतोतंत
- भांडण = तंटा
- मस्तक = डोके,शीर,माथा
- पर्वत =
- डोंगर,गिरी,अचल
- ताल = ठेका
- स्थान =
- ठिकाण,वास,ठाव
- भव्य = टोलेजंग
- पत्र = टपाल
- कुटी = झोपडी
- भरारी = झेप,उड्डाण
- झोका = झुला
- स्वच्छता = झाडलोट
- ओढा = झरा,नाला
- विद्या = ज्ञान
- भोजन = जेवण
- आयुष्य = जीवन,हयात
- प्राण = जीव
- किमया = जादू
- आपुलकी = जवळीकता
- कोळिष्टक = जळमट
- पाणी = तोय,उदक
- श्वापद = जनावर
- विश्व = जग
- सावली = छाया
- सावली = छाया
- ठग = चोर
- मुद्रा = चेहरा,मुख
- खोड्या = चेष्टा,मस्करी
- स्पर्धा = चुरस,शर्यत
- ईर्षा = चुरस
- सिनेमा = चित्रपट
- मन = चित्त,अंतःकरण
- पर्वा = चिंता,काळजी
- शील = चारित्र्य
- चक्र = चाक
- हल्ला = चढाई
- चाक = चक्र
- शंकर = चंद्रचूड
- कुचंबणा = घुसमट
- स्वर्ग = सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम, द्यौ, परमधाम, त्रिदिव, दयुलोक
- स्वर्ण = सुवर्ण, कंचन, हेन, हारक, जातरूप, सोना, तामरस, हिरण्य
- सहेली = अलि, भटू, संगिनी, सहचारिणी, आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री
- संसार = लोक, जग, जहान, भूमण्डल, दुनियाँ, भव, जगत, विश्व
- दुःख = पीड़ा, कष्ट, व्यथा, वेदना, संताप, संकट, क्लेश, यातना, यन्तणा, शोक, खेद, पीर,
- देवता = सुर, देव, अमर, वसु, आदित्य, निर्जर, त्रिदश, गीर्वाण, अदितिनंदन, अमर्त्य, अस्वप्न, आदितेय, दैवत, लेख, अजर, विबुध
- द्रव्य = धन, वित्त, सम्पदा, विभूति, दौलत, सम्पत्ति
- दैत्य = असुर, इंद्रारि, दनुज, दानव, दितिसुत, दैतेय, राक्षस
- परिवार = कुटुंब, कुनबा, खानदान, घराना
- स्वर्ग = सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम, द्यौ, परमधाम, त्रिदिव, दयुलोक
- स्वर्ग = सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम, द्यौ, परमधाम, त्रिदिव, दयुलोक
- स्वर्ण = सुवर्ण, कंचन, हेन, हारक, जातरूप, सोना, तामरस, हिरण्य
- सहेली = अलि, भटू, संगिनी, सहचारिणी, आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री
- संसार = लोक, जग, जहान, भूमण्डल, दुनियाँ, भव, जगत, विश्व
- दुःख = पीड़ा, कष्ट, व्यथा, वेदना, संताप, संकट, क्लेश, यातना, यन्तणा, शोक, खेद, पीर,
- देवता = सुर, देव, अमर, वसु, आदित्य, निर्जर, त्रिदश, गीर्वाण, अदितिनंदन, अमर्त्य, अस्वप्न, आदितेय, दैवत, लेख, अजर, विबुध
- द्रव्य = धन, वित्त, सम्पदा, विभूति, दौलत, सम्पत्ति
- दैत्य = असुर, इंद्रारि, दनुज, दानव, दितिसुत, दैतेय, राक्षस
- परिवार = कुटुंब, कुनबा, खानदान, घराना
- परिवर्तन = बदलाव, हेरफेर, तबदीली, फेरबदल
- पत्थर = पाहन, पाषाण, प्रस्तर, उपल
- पथ = मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता
- पिता = जनक, तात, पितृ, बाप
- प्रकाश = ज्योति, चमक, प्रभा, छवि, द्युति
- पेड़ = तरु, द्रुम, वृक्ष, पादप, रुक्ष
- पैर = पाँव, पद, चरण, पाद, पग
- दधि = दही, गोरस, मट्ठा, तक्र
- दरिद्र = निर्धन, ग़रीब, रंक, कंगाल, दीन
- दिन = दिवस, याम, दिवा, वार, प्रमान, वासर, अह्न
- दुष्ट = पापी, नीच, दुर्जन, अधम, खल, पामर
- दाँत = दशन, रदन, रद, द्विज, दन्त, मुखखुर
- दर्पण = शीशा, आरसी, आईना, मुकुर
- दुर्गा = चंडिका, भवानी, कुमारी, कल्याणी, सिंहवाहिनी, कामाक्षी, सुभद्रा, महागौरी, कालिका, शिवा, चण्डी, चामुण्डा
- दशरथ = अवधेश, कौशलपति, दशस्यंदन, रावण
- दस्तूर = रीति-रिवाज, प्रथा, परंपरा, चलन
- दादा = पितामह, बाबा, आजा
- दादुर = मेंढक, मंडूक, भेक
- दारा = बीवी, पत्नी, अर्धांगिनी, वामांगिनी, गृहणी
- दिनकर = सूरज, सूर्य, भानु, भास्कर, दिवाकर, रवि, दिवेश, दिनेश
- तम = अँधेरा, अंधकार, तिमिर, अँधियारा
- तमा = रजनी, रात, निशा, रात्रि
- तमारि = सूरज, सूर्य, दिवाकर, दिनकर, आदित्य, भानु, भास्कर
- धनु = धनुष, पिनाक, शरासन, कोदंड, कमान, धनुही
- धराधर = पर्वत, पहाड़, शैल, मेरु, महीधर, भूधर
- धराधीश = सम्राट, शहंशाह, नृप, नरेश, महीप, महीपति
समानार्थी शब्द | पर्यायवाची शब्द
- ठटरी = कंकाल, पंजर, अस्थिपंजर, ठठरी
- ठठोली = मजाक, परिहास, ठट्ठा, ठिठोली, दिल्लगी
- ठन = ठन गोपाल- निर्धन, गरीब, दरिद्र, अकिंचन
- ठहाका = कहकहा, अट्टहास, खिलखिलाना
- ठाकुरद्वारा = मंदिर, देवालय, शिवाला, देवस्थान
- ठाली = बेरोजगार, ठलुआ, बेकार
- ऊखल = ओखली, उलूखल, कूँडी
- अर्थ = हय, तुरङ, वाजि, घोडा, घोटक
- असु = यातुधान, निशिचर, रजनीचर, दनुज, दैत्य, तमचर
- किताब = पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक
- किनारा = तीर, कूल, कगार, तट
- किसान = कृषक, भूमिपुत्र, हलधर, खेतिहर, अन्नदाता
- कृष्ण = राधापति, घनश्याम, वासुदेव, माधव, मोहन
- केशव = गोविन्द, मुरारी, नन्दनन्दन, राधारमण, दामोदर, ब्रजवल्लभ, गोपीनाथ, मुरलीधर, द्वारिकाधीश, यदुनन्दन
- अलंकार = आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर
- चेला = शागिर्द, शिष्य, विद्यार्थी
- चेहरा = शक्ल, आनन, मुख, मुखड़ा
- चोरी = स्तेय, चौर्य, मोष, प्रमोष
- चौकन्ना = सचेत, सजग, सावधान, जागरूक
- चौकीदार = प्रहरी, पहरेदार, रखवाला
- चौमासा = वर्षाकाल, वर्षाऋतु, बरसात
- चोटी = मूर्धा, शीश, सानु, शृंग
- अहंकार = दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान
- खाना = भोज्य सामग्री, खाद्यय वस्तु, आहार, भोजन
- खग = पक्षी, द्विज, विहग, नभचर, अण्डज, शकुनि, पखेरू
- खंभा = स्तूप, स्तम्भ, खंभ
- खंड = अंश, भाग, हिस्सा, टुकड़ा
- खटमल = मत्कुण, खटकीट, खटकीड़ा
- खद्योत = जुगनू, सोनकिरवा, पटबिजना, भगजोगिनी
- खर = गधा, गर्दभ, खोता, रासभ, वैशाखनंदन
- ऊसर = अनुपजाऊ, बंजर, अनुर्वर, वंध्य
- ऊधम = उपद्रव, उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग
- एकतंत्र = राजतंत्र, एकछत्र, तानाशाही
- औरत = स्त्री, जोरू, घरनी, महिला, मानवी, तिरिया, नारी, वनिता, घरवाली
- उदाहरण = मिसाल, नजीर, दृष्टांत
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- उद्दंड = ढीठ, अशिष्ट, बेअदब, गुस्ताख़
- आँख = लोचन, अक्षि, नैन, अम्बक, नयन, नेत्र, चक्षु, दृग, विलोचन, दृष्टि, अक्षि
- आकाश = नभ, गगन, द्यौ, तारापथ, पुष्कर, अभ्र, अम्बर, व्योम, अनन्त, आसमान, अंतरिक्ष, शून्य, अर्श
- आनंद = हर्ष, सुख, आमोद, मोद, प्रसन्नता, आह्राद, प्रमोद, उल्लास
- उद्धार = मुक्ति, छुटकारा, निस्तार, रिहाई
- उपा = युक्ति, साधन, तरकीब, तदबीर, यत्न, प्रयत्न
- उज्र = ऐतराज, विरोध, आपत्ति
- उत्थान = उत्कर्ष, प्रगति, उन्नयन
- उत्साह = उमंग, जोश, उछाह
- उदार = फ़राख़दिल, क्षीरनिधि, दरियादिल, दानशील, दानी
- आश्रम = कुटी, स्तर, विहार, मठ, संघ, अखाड़ा
- उद्देश्य = लक्ष्य, प्रयोजन, मकसद
- उद्यान = बगीचा, बाग, वाटिका, उपवन
- उन्नति = प्रगति, तरक्की, विकास, उत्कर्ष
- उपकार = भेंट, नजराना, तोहफा
- उपहास = परिहास, मजाक, खिल्ली
- औचित्य = उपयुक्तता, तर्कसंगति, तर्कसंगतता
- जन्नत = स्वर्ग, सुरधाम, बैकुंठ, सुरलोक, हरिधाम
- जन्मांध = सूरदास, अंधा, आँधरा, नेत्रहीन
- जबह = वध, हत्या, कत्ल, खून
- जम्हूरियत = प्रजातंत्र, लोकतंत्र, लोकशाही, जनताशासन
- पति = भर्ता, वल्लभ, स्वामी, प्राणाधार, प्राणप्रिय, प्राणेश, आर्यपुत्र
- पत्नी = भार्या, दारा, बेगम, कलत्र, प्राणप्रिया, वधू, वामा, अर्धांगिनी, सहधर्मिणी, गृहणी, बहु, वनिता, जोरू, वामांगिनी
- पक्षी = खेचर, दविज, पतंग, पंछी, खग, विहग, परिन्दा, शकुन्त, अण्डज, चिडिया, गगनचर, पखेरू, विहंग, नभचर
- दिवंगत = स्वर्गीय, मृत, मरहूम, परलोकवासी
- दीदा = नेत्र, नयन, आँख, चक्षु
- दुनिया = जग, जगत, खलक, जहान, विश्व, संसार, भव
- दुर्गुण = अवगुण, ऐब, बुराई, खामी
- दुर्जन = दुष्ट, खल, शठ, असज्जन
- दुर्भिक्ष = अकाल, दुकाल, दुष्काल, सूखा
- दुर्लभ = अलभ्य, दुष्प्राप्य, अप्राप्य
- दुविधा = कशमकश, पशोपेश, असमंजस, अनिश
- दुश्मन = रिपु, वैरी, अरि, शत्रु, बैरी
- दुष्कर = कठिन, दुसाध्य, दूभर, मुश्किल
- पर्वत = पहाड़, गिरि, अचल, भूमिधर, तुंग आद्रि, शैल, धरणीधर, धराधर, नग, भूधर, महीधर
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- पण्डित = सुधी, विद्वान, कोविद, बुध, धीर, मनीषी, प्राज्ञ, विचक्षण।
- आचार्य = शिक्षक, अध्यापक, प्राध्यापक, गुरु
- आजादी = स्वाधीनता, स्वतंत्रता, मुक्ति।
- आजीविका = व्यवसाय, रोजी-रोटी, वृत्ति, धंधा।
- आज्ञा = हुक्म, फरमान, आदेश
- आतिथ्य = मेहमानदारी, मेजबानी, मेहमाननवाजी, खातिरदारी।
- आत्मा = रूह, जीवात्मा, जीव, अंतरात्मा
- आदत = स्वभाव, प्रकृति, प्रवृत्ति
- आदमी = मानव, मनुष्य, मनुज, मानुष, इंसान
- आनन = चेहरा, मुखड़ा, मुँह, मुखमंडल, मुख
- ईश्वर = परमपिता, परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर, विधाता।
- ईख = गन्ना, ऊख, इक्षु
- ईप्सा = इच्छा, ख्वाहिश, कामना, अभिलाषा
- ईमानदारी = सच्चा, सत्यपरायण, नेकनीयत, सत्यनिष्ठ
- ईर्ष्या = विद्वेष, जलन, कुढ़न, ढाह
- ईसा = यीशु, ईसामसीह, मसीहा
- ईहा = मनोकामना, अभिलाषा, इच्छा, आकांक्षा, कामना
- आबंटन = विभाजन, वितरण, बाँट, वंटन
- आबरू = सम्मान, प्रतिष्ठा, इज्जत
- आयु = उम्र,वय, जीवनकाल
- आयुष्मान = दीर्घायु, दीर्घजीवी, चिरंजीवी, चिरायु
- आवेदन = प्रार्थना, याचना, निवेदन
- आशीर्वाद = शुभकामना, आशीष, आशिष, दुआ
- जमाई = दामाद, जामाता, जँवाई
- जमीन = धरती, भू, भूमि, पृथ्वी, धरा, वसुंधरा
- जय = जीत, फतह, विजय
- औलाद = संतान, संतति, आसऔलाद, बाल-बच्चे
- औषधालय = चिकित्सालय, दवाखाना, अस्पताल
- ऊँट = करभ, उष्ट्र, लंबोष्ठ, साँड़िया
- ऊखल = ओखली, उलूखल, कूँडी
- ऊसर = अनुपजाऊ, बंजर, अनुर्वर, वंध्य
- ठंड = ठंड, शीत, सर्दी
- ठग = छली, छलिया, फ़रेबी, वंचक, धूर्त, धोखेबाज
- जलाशय = तालाब, तलैया, ताल, पोखर, सरोवर
- जवान = तरुण, युवक, नौजवान, नौजवाँ, युवा
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- कमल = नलिन, अरविन्द, उत्पल, अम्भोज, तामरस, पुष्कर, महोत्पल, वनज, कंज, सरसिज, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात, शतदल, पुण्डरीक, इन्दीवर
- किरण = गभस्ति, रश्मि, अंशु, अर्चि, गो, कर, मयूख, मरीचि, ज्योति, प्रभा
- कामदेव = मदन, मनोज, अनंग, आत्मभू, कंदर्प, दर्पक, पंचशर, मनसिज, काम, रतिपति, पुष्पधन्वा, मन्मथ
- अंजाम = नतीजा, परिणाम, फल
- अंत = समाप्ति, अवसान, इति, इतिश्री, समापन
- अंतर = भिन्नता, असमानता, भेद, फर्क
- अंतरिक्ष = खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, आकाशमंडल
- अंतर्धान = गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य
- अंदर = भीतर, आंतरिक, अंदरूनी, अभ्यंतर
- अंदाज = अंदाजा, अटकल, कयास, अनुमान
- अंधा = सूरदास, आँधरा, नेत्रहीन, दृष्टिहीन
- कपड़ा = मयुख, वस्त्र, चीर, वसन, पट, अंशु, कर, अम्बर, परिधान
- जवानी = युवावस्था, यौवन, तारुण्य, तरुणाई
- जहाज = पोत, बेड़ा, जलयान, जलपोत
- जहीन = बुद्धिमानी, अक्लमंद, मेधावी, मेधावान, तीक्ष्ण बुद्धि
- ठाँव = स्थान, जगह, ठिकाना
- ठिंगना = बौना, वामन, नाटा
- ठीक = उपयुक्त, उचित, मुनासिब
- ठेठ = निपट, निरा, बिल्कुल
- ऊधम = उपद्रव, उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग, धमाचौकड़ी
- आम = रसाल, आम्र, अतिसौरभ, मादक, अमृतफल, चूत, सहकार, च्युत (आम का पेड़), सहुकार
- भौंरा = अलि, मधुव्रत, शिलीमुख, मधुप, मधुकर, द्विरेप, षट्पद, भृंग, भ्रमर।
- भोजन = खाना, भोज्य सामग्री, खाद्यय वस्तु, आहार
- भय = भीति, डर, विभीषिका
- भाई = तात, अनुज, अग्रज, भ्राता, भ्रातृ
- भंगुर = नाशवान, नश्वर, अनित्य, क्षर, मर्त्य, विनश्वर
- भंडारी = रसोइया, खानसामा, महाराज, रसोईदार
- भंवरा = भौंरा, भ्रमर, मधुकर, मधुप, मिलिंद, अलि, अलिंद, भृंग
- भक्त = आराधक, अर्चक, पुजारी, उपासक, पूजक
- भगिनी = बहन, बहना, स्वसा, अग्रजा
- भद्र = शिष्ट, शालीन, कुलीन, सभ्य, सलीकेदार, बासलीक़ा
- भरतखंड = भारतवर्ष, आर्यावर्त, भारत, हिंदुस्तान, हिंदोस्ताँ
- भरोसा = यकीन, विश्वास, ऐतबार, अक़ीदा, आश्वास
- भव = संसार, दुनिया, जग, जहाँ, विश्व, खलक, खल्क
- भविष्य = भावी, अनागत, भविष्यतकाल, मुस्तकबिल, भविष्यद
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- भारती = शारदा, सरस्वती, वाग्देवी, वीणावादिनी, विद्या, वागेश्वरी, वागीशा
- भीष्म = गंगापुत्र, शांतनुसुत, भीष्मपितामह, देवव्रत
- भुजा = भुज, बाहु, बाँह, बाजू
- कल्याण = भलाई, परहित, उपकार, भला
- कष्ट = तकलीफ, पीड़ा, वेदना, दुःख
- काग = कौआ, कागा, काक, वायस
- कातिल = खूनी, हत्यारा, घातक
- घट = घड़ा, कलश, कुम्भ, निप
- घर = आलय, आवास, गेह, गृह, निकेतन, निलय, निवास, भवन, वास, वास-स्थान, शाला, सदन
- घृत = घी, अमृत, नवनीत
- घटना = हादसा, वारदात, वाक्या
- घन = मेघ, बादल, घटा, अंबुद, अंबुधर
- घपला = गड़बड़ी, गोलमाल, घोटाला
- घमंड = दंभ, दर्प, गर्व, गरूर, गुमान, अभिमान, अहंकार
- घुड़सवार = अश्वारोही, तुरंगी, तुरंगारूढ़
- घुमक्कड = भ्रमणशील, पर्यटक, यायावर
- घूँस = घूस, रिश्वत, उत्कोच
- घोड़ा = तुरंग, हय, घोट, घोटक, अश्व
- घास = तृण, दूर्वा, दूब, कुश, शाद
- कामधेनु = सुरभि, सुरसुरभि, सुरधेनु
- कायर = कापुरुष, डरपोक, बुजदिल
- काल = समय, वक्त, वेला
- कालकूट = जहर, विष, गरल, हलाहल
- काला = श्याम, कृष्ण, कलूटा, साँवला, स्याह
- किनारा = तट, तीर, कगार, कूल, साहिल
- भेद = फर्क, अंतर, भिन्नता, विषमता
- भ्रष्ट = पथभ्रष्ट, पतित, बदचलन, दुश्चरित्र, आचरणहीन
- भ्रू = भौंह, भौं, भृकुटि, भँव, त्यौरी
- भूषण = जेवर, गहना, आभूषण, अलंकार
- आंसू = नेत्रजल, नयनजल, चक्षुजल, अश्रु
- आत्मा = जीव, देव, चैतन्य, चेतनतत्तव, अंतःकरण
- खल = दुष्ट, बदमाश, दुर्जन, गुंडा
- खलक = दुनिया, जगत, जग, विश्व, जहान
- पुत्र = बेटा, लड़का, आत्मज, सुत, वत्स, तनुज, तनय, नंदन
- पुत्री = बेटी, आत्मजा, तनूजा, दुहिता, नन्दिनी, लड़की, सुता, तनया
- पृथ्वी = धरा, धरती, भू, इला, उर्वी, धरित्री, धरणी, अवनि, मेदिनी, क्षिति, मही, वसुंधरा, वसुधा, जमीन, भूमि
- पुष्प = फूल, सुमन, कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुहुप
- पानी = जल, नीर, सलिल, अंबु, अंभ, उदक, तोय, जीवन, वारि, पय, अमृत, मेघपुष्प, सारंग
- पार्वती = अपर्णा, अंबिका, आर्या, उमा, गौरी, गिरिजा, भवानी, रुद्राणी, शिवा
- परिवार = कुटुंब, कुनबा, खानदान, घराना
- परिवर्तन = बदलाव, हेरफेर, तबदीली, फेरबदल
- पत्थर = पाहन, पाषाण, प्रस्तर, उपल
- पथ = मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता।
- पिता = जनक, तात, पितृ, बाप।
- प्रकाश = ज्योति, चमक, प्रभा, छवि, द्युति।
- पेड़ = तरु, द्रुम, वृक्ष, पादप, रुक्ष
- पैर = पाँव, पद, चरण, पाद, पग
- पंक = कीचड़, कीच, कर्दम, चहला
- डंडा = सोंटा, छड़ी, लाठी
- डाली = भेंट, उपहार
- डंका = नगाड़ा, भेरी, दुंदभि, धौंसा
- थोड़ा = अल्प, न्यून, जरा, कम
- थाती = जमापूँजी, धरोहर, अमानत
- थाक = ढेर, समूह
- थप्पड़ = तमाचा, झापड़
- थकान = थकावट, श्रांति, क्लांति
- थल = स्थान, स्थल, भूमि, जगह
- थवई = राज, राजगीर, मिस्त्री, राजमिस्त्री
- डंस = मच्छर, मस, डाँस, मच्छड़
- डगर = राह, रास्ता, पथ, मार्ग, पंथ
- गीदड़ = श्रृंगाल, सियार, जंबुक
- गुनाह = अपराध, कसूर, खता, दोष
- गुलामी = दासता, परतंत्रता, परवशता
- गेहूँ = कनक, गोधूम, गंदुम
- गोद = अंक, क्रोड़, गोदी
- गोधूलि = साँझ, संध्या, शाम, सायंकाल
- ग्रामीण = ग्राम्य, ग्रामवासी, देहाती
- ग्राह = मगरमच्छ, घड़ियाल, मगर, झषराज।
- डर = खौफ, भय, दहशत, भीति
मराठी समानार्थी शब्द
(Marathi Samanarthi Shabd)
- डाकू = दस्यु, लुटेरा, डकैत, बटमार, राहजन
- डाल = डाली, टहनी, वृंत, शाखा
- पंकज = कमल, राजीव, पद्म, सरोज, नलिन, जलज
- पंख = डैना, पक्ष, पर, पखौटा, पाँख
- पंगु = अपाहिज, लंगड़ा, विकलांग, अपंग
- पत्ता = पत्ती, पात, पाती, पल्लव, पर्ण
- खादिम = नौकर, चाकर, भृत्य, अनुचर
- खाविंद = पति, मियाँ, भर्तार, बालम, साजन, सैयाँ
- खिल्ली = मखौल, ठिठोली, उपहास
- खुदगर्ज = स्वार्थी, मतलबी, स्वार्थपरायण
- खुदा = राम, रहीम, रहमान, अल्लाह, परवरदिगार
- खौफ = डर, भय, दहशत, भीति
- खून = रक्त, लहू, शोणित, रुधिर
- आँगन = अँगना, अजिरा, प्राङ्गण
- कान = कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रवण, श्रोत, श्रुतिपुट
- कोयल = कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया
- क्रोध = रोष, कोप, अमर्ष, गुस्सा, आक्रोश, कोह, प्रतिघात
- कार्तिकेय = कुमार, षडानन, शरभव, स्कन्द
- कुत्ता = श्वा, श्रवान, कुक्कुर, शुनक, सरमेव
- आँधी = तूफान, बवंडर, झंझावत, अंधड़
- आईना = दर्पण, आरसी, शीशा
- उजला = उज्ज्वल, श्वेत, सफ़ेद, धवल
- उजाड = जंगल, बियावान, वन
- उजाला = प्रकाश, रोशनी, चाँदनी
- कुबेर = कित्ररेश, यक्षराज, धनद, धनाधिप, राजराज
- किस्मत = होनी, विधि, नियति, भाग्य
- कच = बाल, केश, कुन्तल, चिकुर, अलक, रोम, शिरोरूह
- कबूतर = कपोत, रक्तलोचन, पारावत, कलरव, हारिल।
- झरना = उत्स, स्रोत, प्रपात, निर्झर, प्रस्त्रवण
- झण्डा = ध्वजा, पताका, केतु
- झंझा = अंधड़, आँधी, बवंडर, झंझावत, तूफान
- झाँसा = दगा, धोखा, फरेब, ठगी
- फल = फलम, बीजकोश
- फ़ख = गौरव, नाज, गर्व, अभिमान
- फरमान = हुक्म, राजादेश, राजाज्ञा
मराठी समानार्थी शब्द
(Marathi Samanarthi Shabd)
- फलक = आसमान, आकाश, गगन, नभ, व्योम
- फसल = शस्य, पैदावार, उपज, खिरमन, कृषि- उत्पाद
- फूट = मतभेद, मनमुटाव, अनबन, परस्पर, कलह
- फूल = पुष्प, सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून
- झींगुर = घुरघुरा, झिल्ली, जंजीरा, झिल्लिका
- झूठ = असत्य, मिथ्या, मृषा, अनृत
- कण्ठ = ग्रीवा, गर्दन, गला, शिरोधरा
- कृपा = प्रसाद, करुणा, अनुकम्पा, दया, अनुग्रह
- उत्कष = समृद्धि, उन्नति, प्रगति, प्रशंसा, बढ़ती, उठान
- ऋण = कर्ज, कर्जा, उधार, उधारी
- ऋतुराज = बहार, मधुमास, वसंत, ऋतुपति, मधुऋतु
- ऋषभ = वृष, वृषभ, बैल, पुंगव, बलीवर्द, गोनाथ
- ऋषि = साधु, महात्मा, मुनि, योगी, तपस्वी
- ऋष्यकेतु = कामदेव, मकरकेतु, मकरध्वज, मदन, मनोज, मन्मथ
- उत्कृष्ट = उत्तम, उन्नत, श्रेष्ठ, अच्छा, बढ़िया, उम्दा
- उत्पति = उद्गम, पैदाइश, जन्म, उद्भव, सृष्टि, आविर्भाव, उदय
- आकाश = आसमान, नभ, गगन, व्योम, फलक
- आक्रोश = क्रोध, रोष, कोप, रिष, खीझ
- आखेटक = शिकारी, बहेलिया, अहेरी, लुब्धक, व्याध
- आग = पावक, अनल, अग्नि, बाड़व, वहि
- आचरण = चाल-चलन, बर्ताव, व्यवहार, चरित्र
- अभिमान = अस्मिता, अहं, अहंकार, अहंभाव
- अरण्य = जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन
- अनी = कटक, दल, सेना, फौज, चमू, अनीकिनी
- अतिथि = मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना
- अर्थ = धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा
- अश्व = हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, तुरग, वाजि, सैन्धव
- अंधकार = तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा, तमस, अंधियारा
- छल = दगा, ठगी, फरेब, छलावा
- छाछ = मही, मठा, मठ्ठा, लस्सी, छाछी
- छाती = सीना, वक्ष, उर, वक्षस्थल
- छुटकारा = मुक्ति, रिहाई, निजात
- जल = मेघपुष्प, अमृत, सलिल, वारि, नीर, तोय, अम्बु, उदक, पानी, जीवन, पय, पेय
- फल = फलम, बीजकोश
- फ़ख = गौरव, नाज, गर्व, अभिमान
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मराठी व्याकरण