रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | रीढ़ की हड्डी का स्वाध्याय | Reedh ki haddi swadhyay 10th
कृतिपत्रिका के प्रश्न 1 [अ] तथा प्रश्न 1 [आ] के लिए।
सूचना के अनयुार कृहत्ँ कीहजए:-
प्रश्न 2. कृहत पूण् कीहजए:
18
SOLUTION :


प्रश्न 3. गोपाल प्रसाद की दृष्टि में बहू ऐसी हो:

SOLUTION :

प्रश्न 4. कारण लिखिए :
a. बाप-बेटे चौंक उठे -
b. उमा को चश्मा लगा -
c. रामस्वरूप ने हारमोनियम उठाकर लाने को कहा -
d. उमा को गुस्सा आया -
a. उन्होंने उमा के चेहरे पर सुनहरी रिमवाला चश्मा देखा।
b. पिछले महीने उमा की आँखें दुखने लगी थीं।
c. रामस्वरूप, गोपाल प्रसाद और शंकर को दिखाना चाहते थे कि उनकी लड़की हारमोनियम बजाना जानती है।
d. गोपाल प्रसाद उमा के चश्मे, उसके गाने-बजाने, पेंटिंग, सिलाई और उसकी पढ़ाई आदि के बारे में एक के बाद एक प्रश्न करते जा रहे थे।
प्रश्न 5. सूचनानुसार लिखिए :
१. कृदंत बनाइए :
पढ़ना [ ]
समझना [ ]
सीना [ ]
चाहना [ ]
SOLUTION :
[i] पढ़ना - पढ़ाकू
[ii] समझना - समझदार
[iii] सीना - सीनेवाला
[iv] चाहना - चाहत।
२. शब्दयुग्म पूर्ण कीजिए :
a. पढ़े - ……….,
b. सभा - ………
c. पेंटिंग - ……….,
d. सीधा - ……… .
SOLUTION :
a. पढ़े - लिखे
b. सभा - सोसायटी
c. पेंटिंग - वेंटिंग
d. सीधा - सादा।
अभिव्यक्ति
सुनी-पढ़ी अंधविश्वास की किसी घटना में निहित आधारहीनता और अवैज्ञानिकता का विश्लेषण करके लिखिए।
SOLUTION :
मेरी दादी बड़ी अंधविश्वासी हैं। उनका मानना था कि कोई घर से बाहर जा रहा हो और किसी को छींक आ जाए तो जाने वाले का काम पूरा नहीं होगा। किसी के बाहर जाते समय कोई छींक दे तो दादी बाहर जाने वाले को रोक देती थीं। घर के सभी लोग उनकी इस आदत से परेशान थे। एक बार मेरे भाई को इंटरव्यू के लिए बाहर। जाना था। यह इंटरव्यू हमारे जिले के सर्वश्रेष्ठ स्कूल में वाइस प्रिंसिपल के पद के लिए था। भाई काफी दिनों से इसके लिए तैयारी और प्रतीक्षा कर रहे थे। मुझे बहुत खाँसी-जुकाम हो रहा था। जैसे ही भाई ने बैग उठाकर चलना चाहा; मुझे जोर-जोर से छींकें आने लगी।
दादी ने भाई को जाने नहीं दिया और उनका वह महत्त्वपूर्ण इंटरव्यू छूट गया। घर के सभी लोग इस घटना से बहुत दुखी हुए। मैंने दादी को समझाया कि छींक एक स्वाभाविक क्रिया है। जुकाम होने पर नाक में एक प्रकार की सरसराहट होती है। नाक में मौजूद नर्व सेल इसका संकेत मस्तिष्क को भेजते हैं। मस्तिष्क इसकी प्रतिक्रिया में चेहरे, गले और छाती की मांसपेशियों को सक्रिय कर देता है, जिसके फलस्वरूप ये सब मिलकर तेज हवा निकालकर बाहरी कणों को बाहर फेंक देते हैं। यही क्रिया 8 छींक है। दादी के मन में भी भाई के इंटरव्यू को लेकर अफसोस था।। उन्होंने मेरी बात समझी और धीरे-धीरे अपनी इस आदत को छोड़ दिया।
भाषा बिंदु
प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्यों में आए हए अव्ययों को रेखांकित कीजिए और उनके भेद दिए गए स्थान पर लिखिए :
SOLUTION :
[1] गाय को घर के सामने - के सामने - संबंधबोधक खूटे से बाँधा। - अव्यय
[2] वह उठा और घर चला - और - समुच्चयबोधक - अव्यय
[3] अरे! गऊशाला यहाँ से दो - अरे: - विस्मयादिबोधक किलोमीटर दूर है। - अव्यय
[4] वह भारी कदमों से आगे - आगे - क्रियाविशेषण बढ़ने लगा। - अव्यय
[5] उन्होंने मुझे धीरे-धीरे - धीरे-धीरे - क्रियाविशेषण हिलाना शुरू किया। - अव्यय
[6] मुझे लगा कि आज फिर - आज - क्रियाविशेषण कोई दुर्घटना होगी। - अव्यय
[7] वाह-वाह! खूब सोचा - वाह-वाह - विस्मयादिबोधक आपने! - अव्यय
[8] चाची, माँ के पास चली - के पास - संबंधबोधक गई। - अव्यय
प्रश्न 2. पाठ में प्रयुक्त अव्यय छाँटिए और उनसे वाक्य बनाकर लिखिए :
क्रियाविशेषण अव्यय
1. ———- 2. ———- वाक्य = _______________
SOLUTION :
[1] धीरे-धीरे। वाक्य: मुन्ना धीरे-धीरे चलने लगा।
[2] ज्यादा। वाक्य: बीमारी से अभी उठे हो, ज्यादा मत खाओ।
संबंधसूचक अव्यय
1. ———- 2. ———- वाक्य = _______________
SOLUTION :
[1] के पास। वाक्य: हमारे स्कूल के पास नदी बहती है।
[2] के साथ। वाक्य: टॉमी गाड़ी के साथ दौड़ रहा है।
समुच्चयबोधक अव्यय
1. ———- 2. ———- वाक्य = _______________
SOLUTION :
[1] कि। वाक्य: गांधी जी ने कहा था कि गाय करुणा की कविता है।
[2] और। वाक्य: दुर्योधन और कर्ण की मित्रता अनमोल थी।
विस्मयादिबोधक अव्यय
1. ———- 2. ———- वाक्य = _______________
SOLUTION :
[1] ओह! वाक्य: ओह! कितनी गरमी है।
[2] हैं हैं हैं! वाक्य: हैं हैं हैं ! आइए, विराजिए।
प्रश्न 3. नीचे आकृति में दिए हुए अव्ययों के भेद पहचानकर उनका अर्थपूर्ण स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए :

SOLUTION :
[1] हाय! - विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य: हाय! कितनी भयानक रेल-दुर्घटना थी।
[2] काश! - विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य: काश! समय पर दवा मिल जाती, तो रोगी बच जाता।
[3] प्रायः - क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य: प्रयाग प्रायः स्कूल में अनुपस्थित रहता है।
[4] बाद - क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य: स्कूल से आने के बाद थोड़ा आराम करके पढ़ने बैठो।
[5] और - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: शुभम और हर्षित भाई हैं।
[6] बल्कि - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: आपको निबंध केवल पढ़ना ही नहीं है, बल्कि उसकी समीक्षा भी करनी है।
[7] के पास - संबंधबोधक अव्यय
वाक्य: हमारे घर के पास एक मंदिर है।
[8] यदि… तो - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: यदि इसी तरह समय बरबाद करते रहे, तो पास नहीं हो पाओगे।
[9] इसलिए - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: मेहमान आने वाले हैं इसलिए जल्दी से खाना बना लो।
[10] वाह! - विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य: वाह! कितना सुंदर दृश्य है।
[11] की तरफ - संबंधबोधक अव्यय
वाक्य: नदी की तरफ जाओ।
[12] के अलावा - संबंधबोधक अव्यय
वाक्य: यहाँ मेरे और भगवान के अलावा कोई नहीं है।
[13] कारण - क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य: महिम, किस कारण तुम दस दिन तक स्कूल नहीं आए?
[14] के लिए - संबंधबोधक अव्यय
वाक्य: अंशु ने वारिजा के लिए फ्रॉक खरीदा।
[15] अच्छा - विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य: अच्छा! स्तुति भी नृत्य में भाग लेगी।
[16] क्योंकि - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: अनुज कल स्कूल नहीं आया था, क्योंकि बीमार था।
[17] नहीं… तो - समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य: खेल-कूद छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान दो, नहीं तो फेल हो जाओगे।
उपयोजित लेखन
अपने परिसर में विद्यार्थियों के लिए योगसाधना शिविर का आयोजन करने हेतु आयोजक के नाते विज्ञापन तैयार कीजिए।
SOLUTION :
14
गद्यांश क्र. 1
प्रश्न. निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: [आकलन]
प्रश्न 1. संजाल पूर्ण कीजिए:

SOLUTION :
कृति 2: [आकलन]
प्रश्न 1. कारण लिखिए:
[i] उमा मेहमानों के सामने जरा करीने से आए -
SOLUTION :
[i] गोपाल प्रसाद खूबसूरत बहू चाहते थे।
प्रश्न 2. ये वाक्य किसने, किससे कहे हैं? लिखिए:
[i] अबे! धीरे-धीरे चल।
[ii] बिछा दें साहब?
[iii] लेकिन वह तुम्हारी लाड़ली बेटी उमा तो मुँह फुलाए पड़ी है।
[iv] अरे हाँ, देखो, उमा से कह देना कि जरा करीने से आए।
SOLUTION :
[i] अबे! धीरे-धीरे चल। - रामस्वरूप ने रतन से कहा है।
[ii] बिछा दें साहब?- रतन ने रामस्वरूप से कहा है।
[iii] लेकिन वह तुम्हारी लाड़ली बेटी उमा तो मुँह फुलाए पड़ी है। - प्रेमा ने रामस्वरूप से कहा है।
[iv] अरे हाँ, देखो, उमा से कह देना कि जरा करीने से आए। - रामस्वरूप ने प्रेमा से कहा है।
प्रश्न 3. दो ऐसे प्रश्न बनाइए, जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों:
[i] तख्त
[ii] उमा।
SOLUTION :
[i] कमरे में रतन क्या बिछाता है?
[ii] मुँह फुलाए कौन पड़ी है?:
कृति 3: [शब्द संपदा]
प्रश्न 1. म्नलिखित शब्दों का वचन बदलकर लिखिए:
[i] बेटी
[ii] तकलीफ
[iii] रास्ता
[iv] छुट्टी।
SOLUTION :
[i] बेटी - बेटियाँ
[ii] तकलीफ - तकलीफें
[iii] रास्ता - रास्ते
[iv] छुट्टी - छुट्टियाँ।
प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों के लिंग पहचानकर लिखिए:
[i] पसीना
[ii] अक्ल
[iii] मजबूरी
[iv] सितार।
SOLUTION :
[i] पसीना - पुल्लिंग
[ii] अक्ल - स्त्रीलिंग
[iii] मजबूरी - स्त्रीलिंग
[iv] सितार - पुल्लिंग।
प्रश्न 3. गद्यांश में प्रयुक्त शब्द-युग्म पूर्ण कीजिए।
[i] ठीक ………………………………
[ii] धीरे ………………………………
SOLUTION :
[i] ठीक-ठाक
[ii] धीरे-धीरे।
कृति 4: [स्वमत अभिव्यक्ति]
प्रश् ‘रामस्वरूप अपनी बेटी की उच्च शिक्षा की बात छिपाते हैं,: उसे अपनी मजबूरी बताते हैं’ इस विषय में अपने विचार लिखिए।
SOLUTION :
रामस्वरूप एक अच्छे पिता हैं। उमा उनकी इकलौती पुत्री है। वे स्त्री शिक्षा के पक्षधर हैं। इसलिए उमा को बी. ए. तक पढ़ाते हैं। वे उमा का विवाह एक शिक्षित परिवार के सुशिक्षित युवक से करना चाहते हैं। यह नाटक जिस दौर में लिखा गया, उस समय सभी लोग स्त्री शिक्षा को महत्त्व नहीं देते थे, आवश्यक नहीं समझते थे। लोगों की नजरों में बहू की उच्च शिक्षा घरेलू जीवन में व्यवधान थी। परिणामस्वरूप जहाँ कहीं भी वे विवाह-संबंध के लिए बात करते, बेटी की उच्च शिक्षा बाधा बन जाती। कहीं भी विवाह निश्चित न हो पाने के कारण रामस्वरूप परेशान हो जाते हैं और मजबूर होकर उमा के बी. ए. तक पढ़े होने की बात छिपाने का रास्ता चुनते हैं। स्वयं प्रगतिशील विचारों का होते हुए भी विवाह योग्य लड़की का पिता होने के कारण रामस्वरूप जी को विवशतावश रूढ़िग्रस्त लोगों के सामने झुकना पड़ता है। यही उनकी मजबूरी है।
गद्यांश क्र.2
प्रश्न. निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: [आकलन]
प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर वाक्य फिर से लिखिए:
[i] अच्छा तो साहब, फिर ……………………….. की बातचीत हो जाए। [काम/शादी/बिजनेस]
[ii] जरा ……………………….. तो कर लीजिए। [नाश्ता/आराम/भोजन]
[iii] ब्याह तय करने आए हो, ……………………….. सीधी करके बैठो। [गरदन/कमर/टाँगें]
[iv] वाकई आजकल ……………………….. का सवाल भी बेढब हो गया है। [खूबसूरती/महँगाई/टैक्स]
SOLUTION :
[i] अच्छा तो साहब, फिर बिजनेस की बातचीत हो जाए।
[ii] जरा नाश्ता तो कर लीजिए।
[iii] ब्याह तय करने आए हो, कमर सीधी करके बैठो।
[iv] वाकई आजकल खूबसूरती का सवाल भी बेढब हो गया है।
कृति 2: [आकलन]
प्रश्न 1. गलत वाक्यों को सही करके फिर से लिखिए:
[i] यह तो मेरी बड़ी तकदीर है कि आप मेरे यहाँ ठहरेंगे।
[ii] सुना है, सरकार अब ज्यादा जमीन खरीदने वालों पर टैक्स लगाएगी।
SOLUTION :
[i] यह तो मेरी बड़ी तकदीर है कि आप मेरे यहाँ तशरीफ लाए।
[ii] सुना है, सरकार अब ज्यादा चीनी लेने वालों पर टैक्स लगाएगी।
प्रश्न 2. घटना के अनुसार वाक्यों का उचित क्रम लगाकर लिखिए:
[i] शादी तय करने में खूबसूरती का हिस्सा कितना होना चाहिए?
[ii] ठाकुर जी के चरणों में रख दिया है।
[iii] तुम्हारे दोस्त ठीक कहते हैं कि शंकर की बैकबोन-
[iv] आपको विलायती चाय पसंद है या हिंदुस्तानी?
SOLUTION :
[i] तुम्हारे दोस्त ठीक कहते हैं कि शंकर की बैकबोन
[ii] आपको विलायती चाय पसंद है या हिंदुस्तानी?
[iii] शादी तय करने में खूबसूरती का हिस्सा कितना होना चाहिए?
[iv] ठाकुर जी के चरणों में रख दिया है।
कृति 3: [शब्द संपदा]
प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों के विरुद्धार्थी शब्द लिखिए:
[i] दोस्त
[ii] आमदनी
[iii] मुश्किल
[iv] खूबसूरती।
SOLUTION :
[i] दोस्त x दुश्मन
[ii] आमदनी x खर्च
[iii] मुश्किल x आसान
[iv] खूबसूरती x बदसूरती।
प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए:
[i] नाश्ता
[ii] खयाल
[iii] ब्याह
[iv] जरूरी।
SOLUTION :
[i] नाश्ता = जलपान
[ii] खयाल = विचार
[iii] ब्याह = शादी
[iv] जरूरी = आवश्यक।
प्रश्न 3. गद्यांश में प्रयुक्त उर्दू शब्द ढूँढकर लिखिए।
[i] ……………………………
[ii] ……………………………
[iii] ……………………………
[iv] ……………………………
SOLUTION :
[i] तकल्लुफ
[ii] तकदीर
[iii] तशरीफ
[iv] खूबसूरती।
कृति 4: [स्वमत अभिव्यक्ति]
प्रश्न. गोपाल प्रसाद विवाह को बिजनेस मानते हैं इस विषय में अपने विचार लिखिए।
SOLUTION :
गोपाल प्रसाद विवाह को एक बिजनेस मानते हैं। जिस प्रकार एक व्यापारी पहले अपने लाभ-हानि का विचार करता है, फिर व्यापार करता है। उसी प्रकार गोपाल प्रसाद अपने डॉक्टर पुत्र का विवाह एक संपन्न परिवार में करना चाहते हैं। हिंदू समाज में विवाह एक ऐसा पवित्र बंधन माना जाता है, जो दो परिवारों को सदा के लिए एक कर देता है। दोनों परिवार एक-दूसरे के सुख-दुख में साथी होते हैं। परंतु गोपाल प्रसाद के लिए विवाह दो परिवारों का मिलन न होकर एक प्रकार का बिजनेस है। वे चाहते हैं कि एक अच्छी हैसियत वाले परिवार की कम पढ़ी-लिखी लड़की से बेटे का विवाह कराया जाए, ताकि बढ़िया-सा दहेज मिले और बहू बिना किसी नाज-नखरे के घर के कामों में लगी रहे।
गद्यांश क्र. 3
प्रश्न. निम्नलिखित पठित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: [आकलन]
प्रश्न 1. उमा की विशेषताएँ लिखिए।
SOLUTION :

कृति 2: [आकलन]
प्रश्न 1. वाक्य पूर्ण कीजिए:
[i] जी हाँ सितार भी और बाजा भी। सुनाओ तो उमा ………………….
[ii] सिलाई तो सारे घर की इसी के जिम्मे रहती है, ………………….
SOLUTION :
[i] जी हाँ सितार भी और बाजा भी। सुनाओ तो उमा एकाध गीत. सितार के साथ।
[ii] सिलाई तो सारे घर की इसी के जिम्मे रहती है, यहाँ तक कि मेरी कमीजें भी।
प्रश्न 2. विधानों के सामने सत्य/असत्य लिखिए:
[i] पढ़ाई-वढ़ाई की वजह से तो नहीं है कुछ।
[ii] आपकी लड़की सितार अच्छा बजाती है।
[iii] तो तुमने पेंटिंग-वेंटिंग भी सीखी है?
[iv] हाँ बेटी, तुमने कुछ इनाम-बिनाम भी जीते थे।
SOLUTION :
[i] असत्य
[ii] असत्य
[iii] सत्य
[iv] सत्य।
प्रश्न 3. जोड़ियाँ मिलाइए:
‘अ’ - ‘आ’
[i] सकपकाना - मीरा
[ii] भजन - तख्त
[iii] तस्वीर चश्मा
[iv] बाजा - कुत्तेवाली
SOLUTION :
[i] सकपकाना - चश्मा
[ii] भजन - मीरा
[ii] तस्वीर -कुत्तेवाली
[iv] बाजा - तख्त
कृति 3: [शब्द संपदा]
प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों का वचन बदलकर लिखिए:
[i] दीवार
[ii] महीना
[iii] कमीज
[iv] आँखें।
SOLUTION :
[i] दीवार - दीवारें
[ii] महीना - महीने
[iii] कमीज - कमीजें
[iv] आँखें - आँख।
प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों के लिंग पहचानकर लिखिए:
[i] चश्मा
[ii] सिलाई
[iii] तख्त
[iv] दीवार।
SOLUTION :
[i] चश्मा - पुल्लिंग
[ii] सिलाई - स्त्रीलिंग
[iii] तख्त - पुल्लिंग
[iv] दीवार - स्त्रीलिंग।
प्रश्न 3. गद्यांश में प्रयुक्त शब्द-युग्म पूर्ण कीजिए:
[i] गाना ……………………..
[ii] पढ़ाई ……………………..
[iii] इनाम ……………………..
SOLUTION :
[i] गाना-बजाना
[ii] पढ़ाई-वढ़ाई
[iii] इनाम-बिनाम।
कृति 4: [स्वमत अभिव्यक्ति]
प्रश्न. ‘गोपाल प्रसाद बहू में गाना-बजाना, सिलाई, पेंटिंग आदि गुण चाहते हैं पर पढ़ाई नहीं, क्या यह उचित है’ इस विषय में अपने विचार लिखिए।
SOLUTION :
गोपाल प्रसाद एक वकील हैं। उनका पुत्र डॉक्टर है। वे अपने पुत्र के लिए लड़की देखने आए हैं। वे अपनी पत्रवधू के रूप में एक मैट्रिक पास लड़की चाहते हैं। डॉक्टर पुत्र और मैट्रिक पास पुत्रवधू। कैसा विरोधाभास लगता है। पति और पत्नी गृहस्थी रूपी गाड़ी के दो पहियों की तरह होते हैं। यदि दोनों पहिये समान नहीं होंगे, तो गाड़ी सुचारू रूप से कैसे चलेगी। गोपाल प्रसाद चाहते हैं कि भावी पुत्रवधू सुंदर हो। वह बाजा बजाना जानती हो, उसे अच्छी तरह गाना आता हो। वह न केवल सिलाई-पेंटिंग करना जानती हो, बल्कि उसमें प्रवीण भी हो। घर के सारे काम करती रहे। उसके गुणों की चर्चा करके परिवार के लोग वाहवाही लूटते रहें। गोपाल प्रसाद की सोच किसी भी तरह उचित नहीं कही जा सकती।
गद्यांश क्र. 4
प्रश्न. निम्नलिखित पठित मद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: [आकलन]
प्रश्न 1. आकृति पूर्ण कीजिए:
[i] दुकानदार इनसे कुछ नहीं पूछता
[ii] जो आप इतनी देर से यह कर रहे हैं -
[iii] क्या हम लड़कियों की यह नहीं होती -
[iv] बाबू रामस्वरूप आपने मेरे साथ यह किया -
SOLUTION :
[i] दुकानदार इनसे कुछ नहीं पूछता - कुर्सी-मेज से |
[ii] जो आप इतनी देर से यह कर रहे हैं - नाप-तौल
[ii] क्या हम लड़कियों की यह नहीं होती - बेइज्जती
[iv] बाबू रामस्वरूप आपने मेरे साथ यह किया - दगा
प्रश्न 2. नीचे दिए गए शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाइए:
[i] शंकर
[i] उमा।
SOLUTION :
[i] नौकरानी के पैरों में पड़कर मुंह छुपाकर कौन भागा था?
[ii] कौन बी.ए. पास है?
प्रश्न 3. संजाल पूर्ण कीजिए:

SOLUTION :

कृति 2: [आकलन]
प्रश्न 1. संजाल पूर्ण कीजिए:

SOLUTION :

प्रश्न 2. कारण लिखिए:
[i] शंकर नौकरानी के पैरों में पड़कर मुंह छिपाकर भागा।
[ii] गोपाल प्रसाद का रामस्वरूप पर गुस्सा होना।
[iii] उमा का तेज आवाज में बोलना।
SOLUTION :
[i] शंकर लड़कियों के होस्टल में ताक-झाँक करता पकड़ा गया था।
[ii] क्योंकि रामस्वरूप ने उनके साथ दगा किया है।
[iii] क्योंकि नाप-तोल करके उमा की बेइज्जती की जा रही थी।
कृति 3: [शब्द संपदा]
प्रश्न 1. गद्यांश में प्रयुक्त अंग्रेजी शब्द ढूँढकर लिखिए।
[i] ……………………..
[ii] ……………………..
[iii] ……………………..
[iv] ……………………..
SOLUTION :
[i] पेंटिंग
[ii] बैकबोन
[iii] होस्टल
[iv] मैट्रिक।
प्रश्न 2. गद्यांश में प्रयुक्त प्रत्यययुक्त शब्दों से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए।
[i] ……………………..
[ii] ……………………..
[iii] ……………………..
[iv] ……………………..
SOLUTION :
[i] दुकानदार = दुकान + दार
[ii] कायरता = कायर + ता
[iii] नौकरानी = नौकर + आनी
[iv] बेइज्जती = बेइज्जत + ई।
प्रश्न 3. गद्यांश में आई हुई दो समानार्थी शब्दों की जोड़ियाँ ढूँढ़कर लिखिए:
[i] ……………………………
[ii] ……………………………
SOLUTION :
[i] बेटा = पुत्र
[ii] इज्जत = मान।
कृति 4: [स्वमत अभिव्यक्ति]
प्रश्न 1. उमा को गोपाल प्रसाद की किन बातों पर गुस्सा आया? क्या वह उचित था? इस विषय पर अपने विचार 25 से 30 शब्दों में लिखिए।
SOLUTION :
गोपाल प्रसाद अपने डॉक्टर लड़के के विवाह के लिए उमा को देखने आते हैं। वे स्वयं वकील हैं परंतु उन्हें पुत्रवधू केवल मैट्रिक पास चाहिए। गोपाल प्रसाद का मानना है कि स्त्रियों का काम केवल घर सँभालना होता है। वे कभी उमा से गाने-बजाने की बात कर रहे थे, कभी यह जानना चाह रहे थे कि उसे सिलाई-पेंटिंग आदि करना आता है या नहीं, कुछ इनाम वगैरह भी जीते हैं या नहीं। उमा को इन सब बातों पर तो गुस्सा आ ही रहा था। परंतु उसे इससे भी अधिक गुस्सा उनके पुत्र को देखकर आ रहा था। वह जानती थी कि शंकर एक चरित्रहीन युवक है।
वह लड़कियों के होस्टल के पास ताक-झाँक करते हुए पकड़ा गया था और उसे बेइज्जत करके वहाँ से निकाला गया था। शंकर के जीवन का कोई आदर्श नहीं था। ऐसे विचारहीन, चरित्रहीन व्यक्ति का उमा के जीवन में कोई स्थान नहीं था। उमा कोई भेड़-बकरी या निर्जीव वस्तु नहीं है कि लोग देख-भालकर अपनी इच्छानुसार खरीद सकें। विवाह में उसे भी पसंद-नापसंद का अधिकार मिलना चाहिए। उसे उचित सम्मान मिलना चाहिए।
भाषा अध्ययन [व्याकरण]
प्रश्न. सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
1. शब्द भेद:
अधोरेखांकित शब्दों का शब्दभेद पहचानकर लिखिए:
[i] बापू की लिखावट अच्छी नहीं थी। -
[ii] कुछ बिजनेस की बातचीत हो जाए।
[iii] मैंने आपसे पहले ही कहा था।
SOLUTION :
[i] अच्छी - गुणवाचक विशेषण।
[ii] बातचीत - भाववाचक संज्ञा।
[iii] मैंने - पुरुषवाचक सर्वनाम।
2. अव्यय:
निम्नलिखित अव्ययों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
[i] शायद
[ii] या
[iii] ऊपर।
SOLUTION :
[i] शायद आज वर्षा होगी।
[ii] बच्चे खेलने या घूमने गए होंगे।
[iii] छत के ऊपर बंदर कूद रहे हैं।
3. संधि:
कृति पूर्ण कीजिए:
SOLUTION :
4. सहायक क्रिया:
निम्नलिखित वाक्यों में से सहायक क्रियाएँ पहचानकर उनका मूलरूप लिखिए:
[i] आपकी लड़की अच्छा गाती है।
[ii] मैं आपको बताना ही भूल गया।
[iii] अब तख्त को उधर मोड़ दें।:
SOLUTION :
सहायक क्रिया - मूल रूप
[i] है - होना
[ii] गया - जादेा
[iii] दें - देना
5. प्रेरणार्थक क्रिया:
निम्नलिखित क्रियाओं के प्रथम प्रेरणार्थक और द्वितीय प्रेरणार्थक रूप लिखिए:
[i] चढ़ना
[ii] पढ़ना
[iii] उड़ना।
SOLUTION :
क्रिया - प्रथम प्रेरणार्थक रूप - द्वि.प्रेरणार्थक रूप
[i] चढ़ना - चढ़ाना - चढ़वाना
[ii] पढ़ना - पढ़ाना - पढ़वाना
[ii] उड़ना - उड़ाना - उड़वाना
6. मुहावरे:
[1] निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए:
[i] तिलिस्म टूटना
[ii] बस चलना
[iii] खेल करना।
SOLUTION :
[i] तिलिस्म टूटना।
अर्थ: वास्तविकता सामने आना। वाक्य: ढोंगी साधु की सच्चाई प्रकट होते ही उसका तिलिस्म टूट गया।
[ii] बस चलना।
अर्थ: काबू में होना, सामर्थ्य होना।
वाक्य: बेटे का बस चले तो वह अपनी माँ को सारे तीर्थ करा दे।
[iii] खेल करना।
अर्थ: काम को ठीक से न करना, काम को बिगाड़ना।
वाक्य: सड़क बनाने का काम कर रहे मजदूरों में से कुछ तो खेल ही कर रहे थे।
[2] अधोरेखांकित वाक्यांश के लिए उचित मुहावरे का चयन कर वाक्य फिर से लिखिए:
[गिनती में न होना, अंजाम देना, कानों में गूंजना]
[i] काम कैसा भी हो, उसे पूरा करना कर्मचारी का कर्तव्य है।
[ii] माता जी के कहे वचन आज भी राजू को सुनाई देते हैं।
SOLUTION :
[i] काम कैसा भी हो, उसे अंजाम देना कर्मचारी का कर्तव्य है।
[ii] माता जी के कहे वचन आज भी राजू के कानों में गूंजते हैं।
7. कारक:
निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त कारक पहचानकर उनका भेद लिखिए:
[i] नहीं साहब वह तो मैंने अर्ज किया न।
[ii] आपके लाड़ले बेटे के रीढ़ की हड्डी भी है या नहीं।
[iii] अब तख्त को उधर मोड़ दे।
SOLUTION :
[i] मैंने - कर्ता कारक।
[ii] आपके - संबंध कारक।
[iii] तख्त को - कर्म कारक।
8. विरामचिहन:
निम्नलिखित वाक्यों में यथास्थान उचित विरामचिह्नों का प्रयोग करके वाक्य फिर से लिखिए:
[i] अरे प्रेमा वे आ भी गए तुम उमा को समझा देना थोड़ा सा गा देगी मेहमानों से हैं हैं हैं आइए आइए
[ii] ठीक लेकिन हाँ बेटी तुमने कुछ इनाम बिनाम भी जीते थे
[iii] बिजनेस समझकर ओह अच्छा अच्छा लेकिन जरा नाश्ता तो कर लीजिए
SOLUTION :
[i] अरे प्रेमा, वे आ भी गए। … तुम उमा को समझा देना, थोड़ा-सा गा देगी। [मेहमानों से] हैं-ह-हैं। आइए, आइए!
[ii] ठीक।… लेकिन, हाँ बेटी, तुमने कुछ इनाम-बिनाम भी जीते थे?
[iii] “बिजनेस’ ? - [समझकर] ओह !…अच्छा, अच्छा। लेकिन जरा नाश्ता तो कर लीजिए।
9. काल परिवर्तन
निम्नलिखित वाक्यों का सूचना के अनुसार काल परिवर्तन कीजिए:
[i] ठीक समय पर गो. प्रसाद और शंकर आते हैं। [सामान्य भूतकाल]
[ii] मेरी चाय में चीनी ज्यादा डालते हैं। [सामान्य भविष्यकाल]
[iii] आपके पुत्र मुंह छिपाकर भागते हैं। [पूर्ण भूतकाल]
SOLUTION :
[i] ठीक समय पर गो. प्रसाद और शंकर आए।
[ii] मेरी चाय में चीनी ज्यादा डालिएगा।
[iii] आपके पुत्र मुँह छिपाकर भागे थे।:
10. वाक्य भेद:
[1] निम्नलिखित वाक्यों का रचना के आधार पर भेद पहचानिए:
[i] मैंने कोई पाप नहीं किया और न ही कोई चोरी की है।
[ii] उमा से कह देना कि जरा करीने से आए।
SOLUTION :
[i] संयुक्त वाक्य
[ii] मिश्र वाक्य।
[2] निम्नलिखित वाक्यों का अर्थ के आधार पर दी गई सूचना के अनुसार परिवर्तन कीजिए:
[i] उमा ने सितार पर भजन गाया। [निषेधवाचक]
[ii] गोपाल प्रसाद शंकर का विवाह उमा से करेंगे। [प्रश्नवाचक]
10. वाक्य भेद
:[i] उमा ने सितार पर भजन नहीं गाया।
[ii] क्या गोपाल प्रसाद शंकर का विवाह उमा से करेंगे?
11. वाक्य शुद्धिकरण:
निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके फिर से लिखिए:
[i] वे असली भारत के सपूत थे।
[ii] सोमनाथ को आबादी इतिहास में प्रसिद्ध है।
[iii] जिंदगी हमारी अब नहीं बचेगी।
SOLUTION :
[i] वे भारत के असली सपूत थे।
[ii] सोमनाथ की समृद्धि इतिहास में प्रसिद्ध है।
[iii] अब हमारी जिंदगी नहीं बचेगी।
उपक्रम/कृति/परियोजना
पठनीय
SOLUTION :
कॉलेज - महाविद्यालय
सोसायटी - समाज
बी. एस्सी - विज्ञान स्नातक
कोर्स - पाठ्यक्रम
वीक एंड - सप्ताहांत
मार्जिन - गुंजाइश
बिजनेस - व्यापार
बैकबोन - रीढ़ की हड्डी
टैक्स - कर
पेंटिंग - चित्रकारी
होस्टल - छात्रावास
मैट्रिक - मैट्रिक
श्रवणीय
विवाह में गाए जाने वाले पारंपरिक मंगल गीत सुनिए और सुनाइए।
संभाषणीय
‘दहेज एक अभिशाप’ विषय पर चर्चा कीजिए।
प्रश्न. ‘दहेज प्रथा’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
SOLUTION :
दहेज अर्थात पुत्री के विवाह के समय पिता द्वारा उसे प्रेमपूर्वक दिए जाने वाले उपहार। समाज में यह प्राचीन काल से प्रचलित है। महाराज जनक ने भी सीता को दहेज दिया था। परंतु समय के साथ-साथ यह प्रथा कुप्रथा बनती गई। हमारे देश में अधिकतर समाजों में यह कुप्रथा अपना स्थान बना चुकी है। आज विवाह संबंध दो परिवारों का मिलन न होकर धन बटोरने का साधन बन गया है। कन्या पक्ष से बटोरी जाने वाली राशि वर की शिक्षा एवं पद के अनुरूप तय की जाती है। समाज में व्याप्त इस कलंक के कारण न जाने कितनी मासूम बच्चियाँ जन्म लेने से पहले ही मार दी जाती हैं। अनेक वधुएँ ससुराल वालों के अत्याचारों से त्रस्त होकर या तो आत्महत्या कर लेती हैं, या उन्हीं के द्वारा मार डाली जाती हैं। हालाँकि सन 1961 में दहेज प्रतिबंध अधिनियम लागू किया जा | चुका है, पर फिर भी अनगिनत लोग दहेज ले रहे हैं और कन्याओं के माता-पिता को देना पड़ रहा है।
लेखनीय
प्रश्न. आपके घर की किसी परंपरा के बारे में घर के बुजुर्गों से जानकारी प्राप्त कीजिए। वह परंपरा उचित है या अनुचित, इस पर अपना मत शब्दांकित कीजिए।
SOLUTION :
हमारे घर में जिससे कुछ लाभ होता है, उसकी पूजा करने की परंपरा रही है। हम सूर्य और चंद्रमा की पूजा करते हैं। इसके अलावा वृक्षों में नीम, वट और पीपल की भी पूजा की जाती है। इन सबसे हमें कोई न कोई लाभ होता है। तुलसी के पौधे से तो लाभ ही लाभ है। इससे वातावरण शुद्ध रहता है। घर में मच्छर-मक्खी नहीं आते। इसकी पत्तियाँ और मंजरी औषधि के रूप में काम में आती हैं। इसलिए लोग तुलसी को अपने आँगन, बगीचे तथा घर के आसपास लगाते हैं। उसकी श्रद्धापूर्वक सेवा और पूजा करते हैं। इससे इस उपयोगी पौधे का संरक्षण होता है। इसलिए तुलसी की पूजा अवश्य होनी चाहिए।
रीढ़ की हड्डी Summary in Hindi
विषय-प्रवेश : प्रस्तुत अति प्रसिद्ध एकांकी में एकांकीकार जगदीशचंद्र माथुर ने तत्कालीन समाज में स्त्री-शिक्षा के विषय में लोगों की दकियानूसी विचारधारा पर प्रकाश डाला है। उमा के द्वारा स्त्रियों की भावनाओं को महत्त्व दिया गया है। नारी के सम्मान का मुद्दा उठाया गया है।
रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | रीढ़ की हड्डी का स्वाध्याय | Reedh ki haddi swadhyay 10th
जन्म ः १९१७, बुलंदशहर (उ.प्र.)
मृत्यु ः १९७8
परिचय ः जगदीशचंद्र माथुर जी एक
वरिष्ठ साहित्यकार और संस्कृति
पुरुष थे । आपने आकाशवाणी में
काम करते हुए हिंदी को लोकप्रिय
बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया ।
आप प्रसिद्ध नाटककार के रूप में
प्रतिष्ठित हैं |
प्रमुख कृतियाँ ः ‘कोणार्क’, ‘पहला
राजा’, ‘भोर का तारा’, ‘शारदीया’
आदि ।
रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | रीढ़ की हड्डी का स्वाध्याय | Reedh ki haddi swadhyay 10th
पात्र
उमा-सुशिक्षित युवती, रामस्वरूप-उमा के पिता, प्रेमा-उमा
की माँ, शंकर-युवक, गोपाल प्रसाद-शंकर के पिता
रतन-रामस्वरूप का नौकर
[एक कमरा । अंदर के दरवाजे से आते हुए जिन महाशय की
पीठ नजर आ रही है, वह अधेड़ उम्र के हैं। एक तख्त को
पकड़े हुए कमरे में आते हैं । तख्त का दूसरा सिरा उनके नौकर
ने पकड़ रखा है ।]
रामस्वरूप ः अबे ! धीरे-धीरे चल ।.... अब तख्त को उधर मोड़ दे...
उधर । (तख्त के रखे जाने की आवाज आती है ।)
रतन ः बिछा दें साहब?
रामस्वरूप ः (जरा तेज आवाज में) और क्या करेगा? परमात्मा के यहाँ
अक्ल बँट रही थी तो तू देर से पहँुचा था क्या ?... बिछा दूँ
साहब ! ... और यह पसीना किसलिए बहाया है ?
रतन ः (तख्त बिछाता है) हीं-हीं-हीं ।
रामस्वरूप ः (दरी उठाते हुए) और बीबी जी के कमरे में से हारमोनियम
उठा ला और सितार भी ।... जल्दी जा (रतन जाता है ।
पति-पत्नी तख्त पर दरी बिछाते हैं ।)
प्रेमा ः लेकिन वह तुम्हारी लाड़ली बेटी उमा तो मुँह फुलाःए पड़ी
है।
रामस्वरूप ः क्या हुआ ?
प्रेमा ः तुम्हीं ने तो कहा था कि उसे ठीक-ठाक करके नीचे लाना।
रामस्वरूप ः अरे हाँ, देखो, उमा से कह देना कि जरा करीने से आए ।
ये लोग जरा ऐसे ही हैं। खुद पढ़े-लिखे हैं, वकील हैं,
सभा-सोसायटियों में जाते हैं; मगर चाहते हैं कि लड़की
ज्यादा पढ़ी-लिखी न हो ।
प्रेमा ः और लड़का ?
रामस्वरूप ः बाप सेर है तो लड़का सवा सेर । बी.एस्सी. के बाद लखनऊ
में ही तोपढ़ता है मेडिकल काॅलेज में । कहता है कि शादी
का सवाल दूसरा है, पढ़ाई का दूसरा । क्या करूँ, मजबूरी
हैः
रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | रीढ़ की हड्डी का स्वाध्याय | Reedh ki haddi swadhyay 10th
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